दुनिया का सच बोलना
लगता है कि दुनिया सच बोलती है मगर यह दुनिया गलत बोलती है और मैं सचा हूं मैं सचा हूं इस सच से दुनिया को तोलती है मगर यह सच न तो वह बोलती है और न ही कोई तराजू तोलती है लेकिन फिर भी यह दुनिया सच बोलती है लेकिन यदि यह दुनिया सच बोलती है तो क्यों तराजू में तोलती है जो भी हो ये दुनिया सच बोलती है
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